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मोदी कैबिनेट ने मध्य प्रदेश की बड़ी रेल परियोजना को दी हरी झंडी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके मध्य प्रदेश के लोगों के लिए अच्छी खबर दी है. दरअसल, मोदी कैबिनेट ने तीन रेल परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है, जिसमें मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बीच बिछने वाली नई रेल लाइन भी शामिल हैं. पीएम मोदी ने खुद इस बात की जानकारी दी है. मध्य प्रदेश के इंदौर से महाराष्ट्र के मनमाड़ के बीच नई रेल लाइन बिछाई जानी है, जिसके लिए मोदी कैबिनेट का अप्रूवल हो गया है. 

इंदौर-मनमाड़ के बीच बिछेगी रेल लाइन 
इंदौर से मनमाड़ के बीच 309 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जानी है. जो इंदौर से होती हुई खंडवा भुसावल के बीच बिछेगी.  पीएम मोदी ने केंद्रीय कैबिनेट से इन परियोजनाओं को मंजूरी मिलने के बाद एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा बेहतर बुनियादी ढांचे का मतलब सपनों को जोड़ना और प्रगति को गति देना है, तीन प्रमुख रेल परियोजनाओं को कैबिनेट की मंजूरी से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को लाभ होगा.'

इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन को विशेष दर्जा 
दरअसल, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को जोड़ने वाली इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन परियोजना को केंद्र सरकार ने विशेष दर्जा दिया है. इसलिए इस परियोजना को लेकर प्राथमिकता से पूरा किया जा रहा है. इसके निर्माण के लिए भी तैयारियां रेलवे की तरफ से शुरू हो गई है. इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन में मध्य प्रदेश के तीन जिलें धार, खरगोन और बड़वानी के 77 गांवों की जमीन अधिकृत की जाएगी. ऐसे में जमीन के अधिग्रहण की तैयारियां भी शुरू हो गई है. 

इंदौर-मुंबई के बीच की दूरी होगी कम 
इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन की कुल लंबाई 309.432 किलोमीटर है. इस रेल लाइन पर 34 रेलवे स्टेशन बनेंगे, जिसमें 18 स्टेशन मध्य प्रदेश में होंगे, बाकि के स्टेशन महाराष्ट्र में बनेंगे. जबकि रेलवे लाइन के बीच में 7 टनल भी बनेंगे. वहीं इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन बनने से इंदौर और मुंबई शहर के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी. इंदौर से मुंबई की दूरी फिलहाल 830 किलोमीटर होती है, लेकिन इस रेल लाइन के बिछने से दोनों शहरों के बीच की दूरी 568 किलोमीटर रह जाएगी. इस रेल लाइन के बिछने के बाद यहां 16 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें संचालित की जाएगी. खास बात यह है कि रेल लाइन की वजह से इंदौर मनमाड़ के बीच औद्योगिक क्षेत्र को गति मिलेगी. इस रेल लाइन के बिछने से न केवल व्यापार को फायदा होगा बल्कि पर्यटन और धार्मिक क्षेत्र में भी फायदा होगा.