रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में भोपाल के महेश का नाम लिया और उनकी सराहना की। पीएम मोदी ने बताया कि महेश ने अपने इलाके के कई बुजुर्गों को मोबाइल फोन के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करना सिखाया। पीएम मोदी की इस सराहना के बाद भोपाल में महेश की तलाश शुरू की गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि कई शहरों में युवा अपने बुजुर्गों को डिजिटल क्रांति में भागीदार बनाने के लिए आगे आ रहे हैं। महेश ने अपने इलाके के बुजुर्गों को स्मार्टफोन के माध्यम से मोबाइल पेमेंट का सही इस्तेमाल करना सिखाया। पीएम मोदी के शब्दों के बाद प्रशासन और भाजपा कार्यकर्ता दिनभर महेश की तलाश में जुटे रहे, लेकिन उनका अब तक कोई पता नहीं चला है।
भोपाल के कलेक्टर और पुलिस अधिकारी भी महेश को ढूंढने में लगे रहे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। कलेक्टर और पुलिस महेश के तलाश में हर संभव कोशिश करने के बावजूद अब तक महेश का कोई पता नहीं चला है। महेश के बारे में पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में तो केवल नाम लिया, लेकिन उसके अलावा कोई और जानकारी नहीं दी, जिससे उसकी पहचान या ठिकाना सटीक तौर पर पता चल सके। इस वजह से भोपाल प्रशासन और भाजपा कार्यकर्ता को ढूंढने में पसीने छूट रहे हैं। हालांकि महेश की तलाश अभी भी जारी है।