हिन्दू धर्म में ज्योतिष शास्त्र का बड़ा महत्व बताया गया है और ऐसा कहा जाता है कि यदि आपकी कुंडली में ग्रहों की दिशा या दशा ठीक नहीं है तो आपके जीवन में कई सारे परेशानियां आ सकती हैं. खास तौर पर बात करें सूर्य और शनि की तो दोनों के बीच पिता और पुत्र का संबंध है, लेकिन दोनों में शत्रुता भी है. ऐसे में दोनों के संबंध ठीक नहीं माने जाते और यदि किसी की कुंडली में सूर्य और शनि का योग बनता है तो जातक का जीवन समस्याओं से घिर जाता है. लेकिन आप इस समस्या को कुछ उपायों से दूर कर सकते हैं. आइए जानते हैं
1. सूर्य और शनि योग के प्रभाव
जब भी किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और शनि एक ही भाव में होते हैं तो इसका कुप्रभाव व्यक्ति के जीवन पर दिखाई देता है. जिसकी वजह से व्यक्ति को तनाव और अन्य कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही धीरे धीरे इसके प्रभाव से व्यक्ति गुस्सैल होता जाता है और उसके पारिवारिक झगड़े भी शुरू हो जाते हैं, जिसके फलस्वरूप उसके संबंध भी बिगड़ने लगते हैं. ऐसे में व्यक्ति के आत्मसम्मान में भी कमी आती है. खास तौर पर पिता और पुत्र के बीच संबंधों में खटास आ सकती है.
2. रविवार को इन उपायों को आजमाएं
– यदि आपकी कुंडली में सूर्य और शनि योग है तो इसके लिए आप प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें. ध्यान रहे अपको जल तांबे के लोटे से देना है और इसमें गुड़ और लाल फूल भी मिलाना है. यदि आप रोजाना ऐसा नहीं कर सकते हैं तो रविवार के दिन करें, जो कि सूर्यदेव को समर्पित दिन है.
3. आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें
इसके अलावा आप सूर्य और शनि के दुष्प्रभाव से बचने रविवार के दिन आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करें. इस उपाय को करने से भी आपको सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलेगी.
4. शनिवार को इन उपायों को आजमाएं
– इसके अलावा आप इस योग के प्रभाव से बचने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर दर्शन कर सकते हैं. इस दौरान आप शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं. ऐसा आप 11 शनिवार तक करें, इससे आप दुष्प्रभावों से बच सकेंगे.
5. काली चींजों का करें दान
इसके अलावा आप शनिवार के दिन काली चीजों का दान भी कर सकते हैं. जैसे कि काले कपड़े, काले अनाज या जूते-चप्पल का दान. इस उपाय को करने से आपको तमाम परेशानियों से राहत मिलेगी.