खगड़िया: बिहार के खगड़िया जिले से बड़ी खबर सामने आई है. जहां विभाग को गुमराह कर गलत तरीके से शिक्षिका बनी 18 महिला टीचर को DEO ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. ये सभी महिला शिक्षिका खगड़िया जिले के विभिन्न स्कूलों में तैनात थी. टेट परीक्षा मैं केवल प्रदेश की ही महिला अभ्यर्थियों को पांच प्रतिशत अंक का लाभ दिया जाता है, लेकिन यहां दूसरे प्रदेश की महिला अभ्यर्थी भी छूट का लाभ लेकर BPSC शिक्षिका बन बैठी थी. जिसका पटा चलते ही, गलत तरीके से शिक्षिका बनी सभी महिलाओं को उनके शिक्षिका के पद से बर्खास्त कर दिया गया है.
फर्जी BPSC भर्ती का खुलासा
इस बात का खुलासा सर्टिफिकेट जांच के दौरान पाया गया कि गलत तरीके से विभाग को गुमराह कर ये सभी 18 महिला अभ्यर्थी शिक्षका बन गई थी और खगड़िया जिले के बिभिन्न स्कूल में पदस्थापित थी. बर्खास्त होने वाली 18 शिक्षिका में एक शिक्षिका राजस्थान की है. जबकि, सभी 17 शिक्षिका उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं. खगड़िया के जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र गौड़ ने बताया कि बिहार की सभी महिला अभ्यर्थियों को शिक्षक पात्रता परीक्षा में पास मार्क में पांच प्रतिशत की छूट मिलती है.
महिला अभ्यर्थियों को छूट का फायदा
यह लाभ बिहार के बाहर की महिला अभ्यर्थियों को नहीं मिलती है, लेकिन जब अन्य प्रदेशों की महिलाओं के सर्टिफिकेट का जांच किया गया, तो यह मामला सामने आया कि सभी महिलाएं गलत तरीके से शिक्षिका बन पद पर तैनात है, जिन्हें अब उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है.