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सीएनजी वाहनों पर दांव लगाने और ग्रामीण बाजार में पैठ बढ़ने की योजना में हुंदै मोटर इंडिया 

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मुंबई । हुंदै मोटर इंडिया ‎लिमिटेड (एचएमआईएल) ने अपने सीएनजी वाहनों पर दांव लगाते हुए बताया कि देश के ग्रामीण और शहरी बाजारों में सीएनजी विकल्पों की मांग में तेजी की उम्मीद है। एचएमआईएल के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी की सीएनजी मॉडल की हिस्सेदारी बिक्री में 2023-24 वित्त वर्ष में 11.4 प्रतिशत तक बढ़ गई है। कंपनी ने एक्सटर और ग्रैंड आई10 नियोस मॉडल में हाई-सीएनजी डुओ पेश किया है जो ग्राहकों की मांगों को पूरा करता है। इससे कंपनी ने 2024 तक सीएनजी मॉडलों में उच्चतम सीएनजी पैठ हासिल करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने इससे जुड़े ग्राहकों के लिए तीन साल की वारंटी प्रदान करने का भी ऐलान किया। एचएमआईएल ने बताया कि उसने शहरी और ग्रामीण बाजारों में सीएनजी मॉडल की पहुंच में वृद्धि देखी है, इससे भविष्य में और वृद्धि की उम्मीद है। साथ ही एचएमआईएल के प्रतिनिधित्व ने बताया कि कंपनी द्वारा अपने सीएनजी सिस्टम में इकाई बिक्री में बड़ी उछाल देखी जा रही है। इसके साथ ही वह बताया कि वर्तमान में भारत में 7,000 से अधिक सीएनजी स्टेशन हैं और 2030 तक यह आंकड़ा लगभग 17,500 पर पहुंचाने का लक्ष्य है। कंपनी के एक अ‎धिकारी ने कहा कि सीएनजी विकल्पों की मांग में सुरक्षित और उच्च माइलेज वाले वाहनों की पहचान हो रही है और कंपनी उसके म्यूफिर्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। आखिरकार, एचएमआईएल ने आंकड़े से दिखाया कि उनकी सीएनजी मॉडलों की पोपुलैरिटी बिक्री में दृष्टिगत बढ़ा रही है और वह ग्राहकों को उच्च डुओ क्वालिटी और सीएनजी पैठ की गारंटी देने के लिए तैयार है।
‘हाई-सीएनजी डुओ’ पेट्रोल और सीएनजी ईंधन विकल्पों के बीच तेज़ और निर्बाध बदलाव के लिए एक एकीकृत ईसीयू से भी लैस है। इस साल अक्टूबर में, एचएमआईएल ने घरेलू बिक्री में सीएनजी मॉडल की 8,261 इकाइयां बेची थीं, जिसमें इसकी कॉम्पैक्ट कार ग्रांड आई10 एनआईओएस में सीएनजी पहुंच 17.4 प्रतिशत, मिनी एसयूवी एक्सटर के लिए 39.7 प्रतिशत और कॉम्पैक्ट सेडान ऑरा के लिए 90.6 प्रतिशत थी। एचएमआईएल ने कहा कि उसने शहरी बाजारों में सीएनजी मॉडल की पहुंच वित्त वर्ष 2021-22 में 8.8 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 10.7 प्रतिशत और ग्रामीण बाजारों में वित्त वर्ष 2021-22 में 7.1 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 12.0 प्रतिशत हो गई है।