Home देश – विदेश मध्य रात्रि सिविल अस्पताल हजीरा का निरीक्षण करने पहुंचे ऊर्जा मंत्री तोमर

मध्य रात्रि सिविल अस्पताल हजीरा का निरीक्षण करने पहुंचे ऊर्जा मंत्री तोमर

5
0

भोपाल : ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर वाकई में जनसेवक हैं। इसकी बानगी मंगलवार की मध्य रात्रि देखने को मिली, जब दिल्ली से ग्वालियर लौटेने के बाद ऊर्जा मंत्री अपने घर पहुंचने के बजाय सीधे पडाव से हजीरा तक बनने वाली सड़क निर्माण का कार्य देखने पहुंच गए, मध्य रात्रि को ही सिविल अस्पताल हजीरा का भी निरीक्षण किया।

दरअसल मंगलवार की मध्य रात्रि 2:30 बजे का समय था, लेकिन जन-जन की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहने वाले ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ग्वालियर-15 विधानसभा क्षेत्र में चल रहे सड़क निर्माण कार्य की गुणवत्ता का निरीक्षण कर रहे थे। सच्चे जनसेवक की यही पहचान होती है। इस दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने न केवल निर्माण कार्य को देखा, बल्कि अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री ने बताया कि इस सड़क का निर्माण पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव और केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में लोकार्पण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़क के निर्माण कार्य की रफ्तार में कमी नहीं आएगी। लंबे समय से कार्य में व्यवधान आ रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ग्वालियर बदल रहा है, इसका प्रमाण द्रुतगति से चल रहे विकास कार्य हैं।

सिविल अस्पताल हजीरा का निरीक्षण

ऊर्जा मंत्री तोमर मंगलवार की मध्य रात्रि अचानक सिविल अस्पताल हजीरा पहुंच गए। किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि इतनी रात गए मंत्री जी अस्पताल पहुंच जाएंगे। बहरहाल यहां उन्होंने कुछ कर्मचारियों से मरीज से संबंधित जानकारी ली। ऊर्जा मंत्री ने बच्चों के वार्ड में भी निरीक्षण किया और उनके साथ मौजूद उनकी माताओं से बच्चों के स्वास्थ्य और इलाज के बाबत जानकारी ली। ऊर्जा मंत्री ने अस्पताल की साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं के बारे में पूछा। इस दौरान उन्होंने एक महिला से कहा कि हम सभी को इस अस्पताल को निजी अस्पताल से भी अच्छा बनाना है। इस दौरान अस्पताल में मौजूद मरीजों के परिजनों ने ऊर्जा मंत्री को सिविल अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए धन्यवाद दिया। वहीं एक परिजन का कहना था कि उनके बच्चे को नियमित रूप से सुबह नाश्ता मिल रहा है। इस दौरान उनकी निगाह अस्पताल में लगी शिकायत पेटी पर भी गई, जिसे उन्होंने दुरुस्त करने के निर्देश दिए। ऊर्जा मंत्री ने बच्चों से बड़े दुलार के साथ बातचीत की, वहीं वयस्क मरीजों से इलाज और अस्पताल की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।