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मतदान के दौरान झारखंड में ठंड का असर, IMD ने दी ताजा जानकारी

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रांची। एक ओर जहां राजधानी रांची समेत पूरे राज्य के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है तो दूसरी ओर 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शहर में सरगर्मी तेज है। लोग ठंड के बढ़ने से अभी से ही परेशान हो रहे हैं।

राजधानी का तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है और मौसम विज्ञान केंद्र रांची की ओर से जारी पूर्वानुमान में इस बात का उल्लेख किया गया है कि आगामी दो से तीन दिनों तक राजधानी रांची समेत पूरे राज्य का तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरने लगेगा।

हालांकि, रांची में 13 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आसमान मुख्यत: साफ रहेगा और मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद की मानें तो राजधानी व आसपास के जिलों में तापमान गिरने का सिलसिला 17 नवंबर तक जारी रहेगा। कमोबेश यही स्थिति पूरे राज्य की भी रहेगी।

अब तक राज्य के 11 जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार है, जबकि शेष जिलों में तापमान 30 डिग्री के नीचे है।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले तीन दिनों में तापमान में धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है।

ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य के सभी जिलों का मौसम शुष्क बना रहा। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस गोड्डा का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रांची का रिकार्ड किया गया। जबकि राजधानी का अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

कोहरे और खराब मौसम में सुरक्षित यातायात के लिए तैयार रेलवे 
उधर, कोहरे और खराब मौसम को देखते हुए पूर्व रेलवे ने ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए तैयारी आरंभ कर दी है। सुरक्षा की जांच के लिए पर्यवेक्षकों एवं शाखा अधिकारियों द्वारा रात्रिकालीन फुटप्लेट निरीक्षण आरंभ किया गया है।

पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया जैसे-जैसे सर्दी का मौसम करीब आ रहा है, पूर्व रेलवे ने ग्रामीण इलाकों में कोहरे की स्थिति को देखते हुए विभिन्न खंडों में दृश्यता के साथ सुरक्षा पहलुओं की जांच के लिए रात्रिकालीन फुट प्लेट निरीक्षण पर जोर देते हुए मुख्य लोको निरीक्षकों और अन्य पर्यवेक्षकों के अलावा शाखा अधिकारियों ने फुट प्लेट निरीक्षण आरंभ कर दिया है।

इसके तहत के बर्द्धमान-रामपुरहाट, रामपुरहाट-अजीमगंज, हावड़ा-बंदेल-बर्द्धमान, बर्द्धमान-बोलपुर आदि विभिन्न खंडों में विशेषकर रात्रिकालीन फुट प्लेट निरीक्षण आरंभ कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि आगामी दिनों कोहरे और खराब मौसम के दौरान सुरक्षित ट्रेन संचालन सुनिश्चित करने के लिए रेलवे बोर्ड के निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए यात्रियों और परिचालन कर्मचारियों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए रेल बुनियादी ढांचे और ट्रेन चालक दल को तैयार करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा हैं।

इंजनों में लगा कोहरा कोहरा-सुरक्षित उपकरण
सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने बताया कि कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में परिचालन करने वाले इंजनों में उन्नत कोहरा-सुरक्षित उपकरण लगाए गए हैं। इन उपकरणों के साथ, अधिकतम स्वीकार्य गति 60 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 75 किमी प्रति घंटे कर दी गई है, जिससे कम दृश्यता की स्थिति में सुरक्षित और कुशल यात्रा सुनिश्चित हो रही है।

कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में डेटोनेटर उपलब्ध सिग्नल बोर्ड, सीटी बोर्ड और लेवल क्रासिंग गेट सहित सभी महत्वपूर्ण साइनेज को बेहतर के लिए चमकदार पीली काली पट्टियों से फिर से रंगा गया है, बेहतर ट्रैकिंग के लिए ट्रेनों की टेल लाइट को एलईडी फ्लैशर में अपग्रेड किया गया है।

दृश्यता कम होने पर डेटोनेटर प्लेसमेंट
सीपीआरओ ने बताया स्टेशन मास्टर लगातार दृश्यता जांच और कोहरे का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। अत्यधिक कोहरे की स्थिति में, जहां दृश्यता 180 मीटर से कम है, आने वाली ट्रेनों को सचेत करने के लिए डेटोनेटर रणनीतिक रूप से लगाए जाएंगे।

कोहरे-संकेतन में प्रशिक्षित कर्मचारी इस प्रयास में सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे। लोको पायलट मौसम की स्थिति के आधार पर सख्त गति सीमा का पालन करेंगे, लेवल क्रासिंग गार्ड और सड़क उपयोगकर्ताओं को सचेत करने के लिए लगातार सीटी बजाएंगे।

अत्यधिक खराब मौसम में, सुरक्षित रुकने की दूरी बनाए रखने के लिए ट्रेनें कम गति से चलेंगी। स्वचालित सिग्नल क्षेत्रों में, किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए सिग्नल संकेत के आधार पर गति को सावधानीपूर्वक प्रबंधित किया जाएगा।