रांची । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड में एक चुनावी रैली में कहा कि अगर कोई घुसपैठिया आदिवासी समुदाय की लड़की से शादी करता है, तो उसे उस लड़की के नाम पर जमीन नहीं मिलेगी। शाह ने कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है, तो घुसपैठियों को आदिवासी महिलाओं से शादी करके जमीन हथियाने से रोकने के लिए कानून बनाया जाएगा। शाह ने यह बयान बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में दिया।
शाह ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। शाह ने सरायकेला में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘झारखंड में आदिवासियों की आबादी घट रही है। घुसपैठिए हमारी बेटियों से शादी करके जमीन हड़प रहे हैं। हम आदिवासी महिलाओं से शादी करने पर घुसपैठियों को जमीन ट्रांसफर रोकने के लिए कानून लाएंगे। हम घुसपैठियों की पहचान करने के लिए एक समिति भी बनाएंगे ताकि उन्हें बाहर निकाला जा सके और हड़पी गई जमीन को वापस लिया जा सके।’
जब चंपई सोरेन ने घुसपैठ का मुद्दा उठाया तो उनका अपमान किया गया
उन्होंने दावा किया कि जब चंपई सोरेन ने घुसपैठ का मुद्दा उठाया तो उनका अपमान किया गया और हेमंत सोरेन ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया। झामुमो-कांग्रेस और राजद नेताओं पर केवल व्यक्तिगत विकास के लिए काम करने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘झारखंड में अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो झामुमो नीत गठबंधन के भ्रष्ट नेताओं को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।’