रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 के पहले चरण की 43 सीटों पर सोमवार को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसके बाद कोई जनसभा नहीं होगी। रोड शो और माइक से प्रचार भी नहीं होगा। प्रत्याशी सिर्फ डोर टू डोर कैंपेन ही कर सकेंगे। इन सीटों पर 13 नवंबर को सुबह सात बजे से मतदान होगा। कुछ संवेदनशील बूथों को छोड़कर अधिसंख्य बूथों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा।
कुछ संवेदनशील बूथों पर शाम चार बजे तक ही वोट पड़ेंगे। इनमें सभी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के बूथ सम्मिलित हैं। जहां शाम पांच बजे तक मतदान होना है, वहां के लिए शाम पांच बजे और जहां शाम चार बजे तक मतदान का समय है, वहां चुनाव प्रचार 48 घंटे पहले अर्थात सोमवार को शाम चार बजे थम जाएगा।
पहले चरण में जिन 43 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है उनमें छह एससी तथा 20 एसटी सीटें सम्मिलित हैं। इस चरण में कुल 683 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है। इनमें 334 निर्दलीय हैं। कुल प्रत्याशियों में 87 प्रत्याशी राष्ट्रीय पार्टियों के हैं।
वहीं, 32 प्रत्याशी झारखंड के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के हैं। 42 प्रत्याशी ऐसे हैं जो दूसरे राज्यों के मान्यता प्राप्त दलों से टिकट लेकर चुनाव लड़ रहे हैं। कुल 188 प्रत्याशी गैर मान्यता प्राप्त निबंधित दलों से जुड़े हैं। इस चरण में कुल 73 महिला प्रत्याशियों के भाग्य का भी निर्णय होना है, जिनमें 34 निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं।
पहले चरण में एक थर्ड जेंडर प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं। हटिया विधानसभा क्षेत्र से नगमा रानी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं।
इन बड़े प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला
इस चरण के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री रामेश्वर उरांव, रामदास सोरेन, बन्ना गुप्ता, मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरूवा, बैद्यनाथ राम के अलावा सीपी सिंह, सरयू राय, भानू प्रताप शाही, नीरा यादव, नीलकंठ सिंह मुंडा, रामचंद्र चंद्रवंशी, कमलेश कुमार सिंह, केएन त्रिपाठी, गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर आदि नेताओं के भाग्य का फैसला होना है।
ओडिशा के राज्यपाल सह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास, मंत्री सत्यानंद भोक्ता की बहू रश्मि प्रकाश, चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन के भविष्य का भी फैसला भी इस चरण के चुनाव में होना है।