भोपाल : मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के समग्र सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। बाल एवं मातृ स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए समेकित प्रयास किये जा रहे हैं। इन प्रयासों का एक प्रेरक उदाहरण गम्भीर रूप से कुपोषित बच्चे प्रशांत का है, जिसे एनआरसी वार्ड में दी गई चिकित्सा सुविधाओं, संतुलित आहार और चिकित्सीय परामर्श से पूर्ण रूप से स्वस्थ किया गया है।
विदिशा ज़िले के ग्यारसपुर विकासखंड के ग्राम गम्भीरिया के धर्मेंद्र और कमलाबाई आदिवासी के पुत्र प्रशांत का वजन एनआरसी वार्ड में भर्ती के समय मात्र 4 किलो 830 ग्राम था। एनआरसी वार्ड में बच्चे की विशेष देखभाल और संतुलित आहार प्रदान करने के उपरांत उसका वजन बढ़कर 5 किलो 540 ग्राम हो गया है। प्रशांत के स्वास्थ्य में सुधार देखकर उसके माता-पिता ने अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त करते हुए चिकित्सा टीम का धन्यवाद किया है।
प्रशांत के माता-पिता शुरू में एनआरसी वार्ड में भर्ती कराने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. टी.एस. मीना और स्थानीय एसडीएम के सामूहिक प्रयासों के बाद उन्हें मनाया गया। इसके बाद प्रशांत की मेडिकल जांच कर उसे एनआरसी वार्ड में भर्ती किया गया। एनआरसी प्रभारी चिकित्सक डॉ. वेद प्रकाश और एनआरसी एफडी लीला अहिरवार की देखरेख में बच्चे को विशेष फीड और उपचार दिया गया। प्रशांत की मां को व्यक्तिगत स्वच्छता और संतुलित आहार के महत्व के बारे में भी समझाया गया, जिससे बच्चे की सेहत में निरंतर सुधार हुआ। 28 अक्टूबर 2024 को प्रशांत को पूर्ण स्वस्थ होने पर एनआरसी वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया।