पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन गुरुवार को पटना समेत समूचे बिहार में लाखों व्रतियों ने विभिन्न घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। भगवान सूर्यदेव को जल अर्पण करने के लिए विभिन्न घाटों पर श्रद्धा का जनसैलाब उमड़ पड़ा था। व्रतियों ने जल में दूध मिलाकर सूर्य की अंतिम किरण को अर्घ्य दिया। दोपहर से ही पटना समेत पूरे बिहार में छठ घाटों पर व्रतियों की भीड़ जुटने लगी थीं। दोपहर दो बजे से ही लोग डूबते सूर्य को अर्घ्य देने अपने-अपने निर्धारित घाटों पर पहुंचे। राज्य के तमाम जिलों में भी पूरी आस्था के साथ पहले दिन का अर्घ्य संपन्न हुआ। आपको बता दें कि हर साल की तरह इस साल भी छठ महापर्व के मौके पर पटना के विभिन्न घाटों पर लाखों श्रद्धालु पहुंचे थे, जिन्होंने शाम में डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया। अब आज शुक्रवार को सुबह में उगते सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा। पटना में छठ के लिए 100 से ज्यादा घाट तैयार किए गए हैं। पटना के 102 गंगा घाटों, 63 तालाबों और 45 पार्कों में महापर्व मनाया जा रहा है। इसे लेकर घाटों पर जिला प्रशासन ने पुख्ता तैयारी की है। सुरक्षा के लिए एसपी से डीएसपी स्तर के अधिकारी तैनात हैं। पटना में छठ महापर्व को लेकर गंगा घाटों पर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। पटना में 20 अधिकारियों समेत बिहार विशेष सुरक्षा पुलिस बल की 35 कंपनियां और सीआरपीएफ की तीन कंपनियां सभी प्रमुख जगहों पर तैनात की गई हैं। आपको बता दें कि छठ पर्व पर ऐसी आस्था है कि साक्षात देव सूर्य को अर्घ्य देकर श्रद्धालु घर व समाज की खुशहाली का आशीर्वाद मांगते हैं। आज शुक्रवार की अहले सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद चार दिवसीय अनुष्ठान का पारण किया जाएगा। इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास भी खत्म हो जाएगा।