Home छत्तीसगढ़ कांग्रेस द्वारा पूज्य बागेश्वर धाम की यात्रा का विरोध निंदनीय : श्रीवास्तव

कांग्रेस द्वारा पूज्य बागेश्वर धाम की यात्रा का विरोध निंदनीय : श्रीवास्तव

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रायपुर

धर्मांतरण के खिलाफ बाबा बागेश्वर धाम सरकार की पदयात्रा को लेकर कांग्रेस के पेट में उठ रहे मरोड़ पर करारा कटाक्ष करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि बाबा बागेश्वर धाम सरकार की धर्मांतरण के खिलाफ यात्रा से कांग्रेस घबराई हुई है क्योंकि कांग्रेस हमेशा साम्प्रदायिक तुष्टीकरण और धर्मांतरण की पक्षधर रही है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा प्रलोभन देकर या जबरिया धर्मांतरण के खिलाफ है और हम इस यात्रा का स्वागत करते है। कांग्रेस संतों को सलाह देने की राजनीतिक धृष्टता से बाज आए।

श्रीवास्तव ने कहा कि धर्मांतरण की समर्थक कांग्रेस और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को जरूर यह खराब लग रहा होगा कि धर्मांतरण के खिलाफ बागेश्वर धाम सरकार पदयात्रा कर रहे हैं। इससे कांग्रेस को तकलीफ हो रही है। बागेश्वर धाम को सलाह देनी वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को आड़े हाथों लेते हुए श्री श्रीवास्तव ने कहा कि जिन कानूनों पर कांग्रेस को विश्वास नहीं है, जिस कानून का उल्लंघन कांग्रेस के नेता करते हैं, प्रदेश कांग्रेस के नेता करते हैं, उनके मुँह से कानून की बात कतई शोभा नहीं देती। इसका ताजा उदाहरण बलरामपुर, सूरजपुर, बलौदाबाजार और अभी हाल ही दामाखेड़ा के आश्रम पर हमले की घटनाएँ इस बात को चिह्नित करती हैं। केवल, और केवल तुष्टीकरण करके अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकने और सनातन संस्कृति के खिलाफ धर्मांतरण का एजेंडा चलाने वाली कांग्रेस अब नैतिक और राजनीतिक, दोनों ही स्तर पर इस देश के संतों को किसी भी प्रकार की सलाह देने का अधिकार खो चुकी है।

श्रीवास्तव ने कहा कि कानून से ज्यादा मजबूत इस देश के नागरिक हैं, जो सब इस बात को समझते हैं कि देशहित में धर्मांतरण ठीक नहीं है। लोक-लुभावन प्रलोभन, पैसे का लालच देकर धर्मांतरण करवाना, यह कांग्रेस की सत्ता-पिपासा का एजेंडा हो सकता है, लेकिन यह देश के नागरिकों के लिए उचित नहीं है। भाजपा बागेश्वर धाम सरकार की इस पदयात्रा का स्वागत करती है। इस देश में, इस प्रदेश के अंदर में धर्मांतरण का न तो कोई स्थान है और न ही कोई औचित्य है। हम सब धर्मांतरण का विरोध करते हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि धर्मांतरण को पोषित करना दीपक बैज और कांग्रेस की मजबूरी हो सकती है और इसलिए वह वोट बैंक की खातिर धर्मांतरण का सहारा ले रही है।