इंदौर: आरएसएस के पूर्व प्रचारकों द्वारा गठित जनहित पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मध्य प्रदेश के सतना में हुई। इसमें पांच राज्यों के 30 कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। रविवार 27 अक्टूबर को हुई इस बैठक में राष्ट्रहित के कई मुद्दों पर चर्चा की गई और इन पर प्रस्ताव पारित किए गए। शाम को सतना शहर के मुख्य बाजारों में पार्टी की रैली भी निकाली गई। इसमें शिक्षा बचाओ के पर्चे बांटे गए और जनजागरण किया गया। पार्टी संस्थापक अभय जैन, मनीष काले और विशाल बिंदल ने बताया कि देश के अलग-अलग कोनों से आए कार्यकर्ताओं ने अपने अनुभव साझा किए और देश को मजबूत बनाने के लिए कई सुझाव भी दिए गए।
बैठक में लिए गए निर्णय
- असम में एनआरसी में बांग्लादेशी घुसपैठियों को शामिल किए जाने के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया। जिसमें एनआरसी का आधार वर्ष 1971 की जगह 1951 किए जाने और पूरे एनआरसी में अनियमितताओं और घोटालों की जांच कर विदेशियों की नए सिरे से पहचान करने की मांग की गई। इसके लिए जनहित पार्टी की ओर से देशव्यापी आंदोलन चलाया जाएगा।
- पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन 8-9 मार्च को ग्वालियर, मध्य प्रदेश में होगा। इसमें पार्टी के सभी साधारण सदस्य और शुभचिंतक भाग लेंगे। पार्टी की नीतियों और देश की वर्तमान परिस्थितियों में पार्टी की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। आम जनता को पार्टी की गतिविधियों से जोड़ने की योजना भी बनाई जाएगी।
- स्थानीय जन समस्याओं को लेकर अभियान और आंदोलन जारी रहेंगे।
- अन्य राज्यों में पार्टी का विस्तार करने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है।