अगरतला। बांग्लादेश में अराजकता और हिंसा के कारण अवैध घुसपैठ जारी है। अधिकारियों के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने त्रिपुरा में अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर रहे 12 बांग्लादेशी नागरिकों और एक बच्चे को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि अगरतला रेलवे स्टेशन के पास एक मोबाइल चेक पोस्ट बनाया गया था, जहां नौ बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है।
बांग्लादेशी नागरिकों ने पूछताछ
गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों ने पूछताछ में बताया कि वह भारत में स्थायी रूप से बसने के लिए कोलकाता जाने की योजना बना रहे थे। एक अन्य अभियान में, दक्षिण त्रिपुरा में बेलोनिया के बीएसएफ जवानों ने मुहुरी नदी किनारे चार महिलाओं और दो बच्चों को हिरासत में लिया है। इनमें से तीन महिलाएं और एक बच्चा बांग्लादेशी हैं, जबकि एक महिला और एक बच्चा भारतीय हैं। यह भी बताया गया कि हिरासत में लिए गए लोग एक-दूसरे को जानते थे। पिछले साढ़े तीन महीनों में, सरकारी रेलवे पुलिस, बीएसएफ और त्रिपुरा पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के बाद अगरतला रेलवे स्टेशन और त्रिपुरा के कई स्थानों से करीब 435 बांग्लादेशी नागरिकों और 55 से ज्यादाय रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया गया है।
भारत-बांग्लादेश सीमा और राज्य में अभियान तेज
बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि अवैध घुसपैठ और सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए भारत-बांग्लादेश सीमा और राज्य में अभियान तेज कर दिया है। बीएसएफ ने 24 अक्टूबर को बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में अवैध रूप से प्रवेश कराने के आरोप में दो भारतीय दलालों को भी गिरफ्तार किया था। बांग्लादेश में अशांति के बाद से, त्रिपुरा के साथ 856 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रोहिंग्या भी बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में अपने शिविरों से भागकर अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गए हैं, जहां 2017 से म्यांमार से आए 10 लाख से ज्यादा विस्थापित रोहिंग्या रह रहे हैं। सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं ने बताया है कि वे नौकरी और आश्रय की तलाश में अवैध रूप से भारत में घुसे हैं।