रायपुर। बैंकर ग्रामीण विकास संस्थान (बर्ड) कोलकाता द्वारा छत्तीसगढ़ सहकारी प्रशिक्षण संस्थान पंडरी रायपुर में प्रदेश के को-आपरेटिव्ह बैंको के अधिकारियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण सत्र का समापन 25 अक्टूबर 2024 को किया गया। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि नाबार्ड महाप्रबंधक शीतांशु शेखर एवं अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक के एन कांडे तथा उप महाप्रबंधक अपेक्स बैंक व छत्तीसगढ़ सहकारी प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक भूपेश चंद्रवंशी उपस्थित रहे।
नाबार्ड महाप्रबंधक श्री शेखर ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार के निर्देशन में वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाना है। देश के आर्थिक विकास का आधार सहकारिता है, इसलिए विकसित राष्ट्र बनाने में सहकारिता की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में कृषिगत व्यवसाय को आजीविका मिशन जोड़ने के साथ ही लोगों के तकनीकी कौशल का भी विकास किया जाना है। इसी प्रकार ग्रामीण महिलाओं को स्व-सहायता समूह, फार्मर प्रोड्यूस आर्गेनाजर तथा राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जोड़ना है, जिससे कि वह आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण संसाधनों की स्थानीय उपलब्धता अनुसार बिजनेश डाइवर्शिफाय करना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बैंकिंग में कंप्लायंस, साइबर सिक्युरिटी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक के एन कांडे ने कहा कि हमे भारत सरकार के समृद्ध योजनाओं का क्रियांवयन ग्रामीणों के आर्थिक तथा सामाजिक उत्थान के लिए किया जाना है। समितियो से सभी किसानों को जोड़ते हुए सदस्यता संख्या में वृद्धि करते हुए उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण किसानों को ब्याज मुक्त कृषि ऋण तथा डेयरी व उद्यानिकी फसलों की योजनाओं का लाभ दिया जाए।
इस प्रशिक्षण सत्र के दौरान अपेक्स बैंक महाप्रबंधक युगल किशोर, बैंकर ग्रामीण विकास संस्थान के कार्यक्रम निदेशक एस पाल, सुरेश शुक्ला निदान सेवा परिषद महासमुंद,अपेक्स बैंक एजीएम अजय भगत, छत्तीसगढ़ सहकारी प्रशिक्षण संस्थान के उप निदेशक ए. के.लहरे, प्रशासनिक अधिकारी विमल सिंह व प्रशिक्षण प्रतिभागीगण उपस्थित रहे।