दिल्ली सरकार ने मटियाला विधानसभा के द्वारका सेक्टर-19 में विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस शानदार स्कूल बनाने का ऐलान किया है. शुक्रवार को सीएम आतिशी ने इसका शिलान्यास किया. जानकारी के मुताबिक यह स्कूल 104 कमरे, 6 अत्याधुनिक लैब, लाइब्रेरी, लिफ्ट, शानदार एम्फीथिएटर,बास्केट बॉल कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट से लैस होगा. दिल्ली सरकार ने कहा है कि स्कूल सालभर में बनकर तैयार हो जाएगा. अंबरहई, कुतुब विहार, सरिता विहार, पोचमपुर, भगत सिंह एनक्लेव सहित आसपास के हजारों बच्चों के लिए वर्ल्ड क्लास एजुकेशन हब बनेगा. इस अवसर पर स्थानीय विधायक गुलाब सिंह ‘मटियाला’ और अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद रहे. सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्लीवालों ने अगर केजरीवाल को वोट नहीं दिया तो आगे से उनके बच्चों की शिक्षा पर कोई काम नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली के बच्चों का भविष्य अब दिल्लीवालों के हाथ में है. उन्हें शिक्षा पर काम करने वालों को चुनना है या जात-पात की राजनीति करने वालों को चुनना है.
सरकारी स्कूलों की स्थिति थी बेहद खराब
सीएम आतिशी ने कहा कि 2015 तक दिल्ली में सरकारी स्कूल बदहाल थे, स्कूलों में शिक्षक नहीं होते थे, बच्चे टाटपट्टी पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थे. 2015 तक दिल्ली में सरकारी स्कूल बदहाल होते थे. ये सरकारी स्कूल टीन-टप्पर में चलते थे. स्कूल के अंदर घुसते ही सबसे पहले टॉयलेट की बदबू आती थी. क्लासरूम की कमी के कारण बच्चे टॉयलेट के बाहर टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थे. क्लासरूम में टेबल-कुर्सियां नहीं होती थी, लाइटें-खिड़कियां टूटी होती थी.
बजट का एक चौथाई हिस्सा स्कूलों के लिए
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ़ कहा नहीं बल्कि एक के बाद एक हर सपने को पूरा करने के लिए कदम भी बढ़ाये. 2015 में दिल्ली देश का पहला ऐसा राज्य बना जिसने शिक्षा के अपने बजट को दोगुना किया. अपने सरकार के कुल बजट का लगभग एक चौथाई हिस्सा शिक्षा पर लगाया. बड़ी संख्या में स्कूलों में बिल्डिंग बनने शुरू हुए, क्लासरूम्स बने. उन्होंने कहा कि, पिछली सरकारो में जहां सिर्फ़ नेता विदेश दौरों पर जाया करते थे. अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार के स्कूलों के शिक्षकों को दुनिया की सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी , सिंगापुर में शानदार ट्रेनिंग के लिए भेजा गया.