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शॉर्ट सर्किट के चलते स्कूल बस में लगी आग, 12 बच्चों की बची जान, इस कंडीशन में था वाहन

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शिवपुरी ।   शिवपुरी में बुधवार को एक स्कूल बस में अचानक आग लग गई। यह स्कूल बस गीता पब्लिक स्कूल की बताई जा रही है। जो स्कूल की छुट्टी होने के बाद सभी बच्चों को घर छोड़ने के लिए जा रही थी। तभी इस बस में आग लगी। इस दौरान इस बस में 12 बच्चे सवार थे। अचानक आग लगते ही ड्राइवर ने सावधानी पूर्वक सभी बच्चों को बाहर निकाला। लेकिन कुछ बच्चों के स्कूल बैग बस के अंदर ही रह गया, जो जल गए। शिवपुरी का गीता पब्लिक स्कूल की बस में आग लग जाने से उसमें सवार 12 बच्चे सभी सकुशल हैं। बताया जा रहा है कि गीता पब्लिक स्कूल जो फतेहपुर रोड पर स्थित है, वहां पर दोपहर में छुट्टी होने के बाद 30 बच्चों को इस बस में सवार किया गया। उसके बाद एक-एक कर बच्चों को छोड़ा गया। इस दौरान जब 12 बच्चे इस बस में रह गए, तभी शहर के सोन चिरैरया रोड पर अचानक आग लग गई। अचानक आग लग जाने से ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय दिया और सभी बच्चों को बाहर निकाला। बच्चों को बाहर निकलते ही पूरी बस में आग लग गई। बस में अचानक आग कैसे लगी, इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। लेकिन बताया जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग लगी है।

सभी बच्चे सुरक्षित : पवन शर्मा

जिस बस में आग लगी है, वह गीता पब्लिक स्कूल की है। गीता पब्लिक स्कूल के संचालक पवन शर्मा ने बताया कि छुट्टी के बाद बस सभी बच्चों को छोड़ने के लिए जा रही थी। तभी हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि छुट्टी के वक्त इस बस में करीब 30 बच्चे सवार थे। ड्राइवर के अलावा स्कूल की दो मैडम भी थीं। लेकिन अचानक आग लगते हुए बच्चों को तुरंत बस से बाहर निकल गया और फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि हादसा किस कारण से हुआ, यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन सभी बच्चे सुरक्षित हैं।

कंडम बसों पर नहीं हो रही कार्रवाई

शिवपुरी में कई निजी स्कूल संचालक कंडम बसें चला रहे हैं। पूर्व में यातायात पुलिस और अन्य अधिकारियों द्वारा चालानी कार्रवाई की गई है। लेकिन इसके बाद भी स्कूल संचालक इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। पूर्व में चेकिंग के दौरान कई बसों में खामियां मिली हैं। सुप्रीम कोर्ट की जो गाइड लाइन है, उसका पालन नहीं किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की जिला प्रशासन से मांग की है कि एक दो दिन कार्रवाई होती है, इसके बाद कुछ नहीं होता। इसलिए लगातार अभियान चलाना चाहिए।