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पेटीएम ने 928 करोड़ के मुनाफे का किया दावा, फिर भी शेयरों में गिरावट!

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 भारतीय टीम के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन ने हैदराबाद में बांग्लादेश के खिला टी20 मैच में तूफानी शतक ठोका था। उनका ये पहला टी20 इंटरनेशनल शतक था। संजू की इस पारी से हर कोई खुश था। टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव से लेकर कोच गौतम गंभीर तक संजू की पारी पर खुशी जाहिर कर रहे थे। लेकिन एक समय ऐसा था जब संजू नए हेड कोच गंभीर से आंखें मिलने से डर रहे थे।

संजू ने बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए तीसरे टी20 मैच में 111 रनों की पारी खेली थी। संजू की इस पारी के दम पर भारत ने 297 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। ये टी20 में टीम इंडिया का सबसे बड़ा स्कोर है। इस मैच में भारत ने 133 रनों से जीत हासिल की थी।
 

गंभीर से नहीं मिला पा रहे थे नजरें

संजू ने गंभीर की उनका सपोर्ट करने के लिए तारीफ की है और कहा है कि कोच-प्लेयर का रिश्ता अच्छा होना बहुत जरूरी है। उन्होंने फर्स्ट पोस्ट से बात करते हुए कहा, "मैं इस बात को मानता हूं कि कोच और खिलाड़ी की रिलेशनशिप काफी अहम होती है। कोच आपकी काबिलियत में विश्वास करता है और आपको अच्छा प्रदर्शन कर उस पर खरा उतरना पड़ता है। हैदराबाद में मैं गौती भाई को बताना चाहता था कि अगर आपने मुझमें विश्वास किया है तो मैं आफको निराश नहीं करूंगा।"
उन्होंने कहा, "बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में, मैंने शुरुआती मैचों में बड़ा स्कोर नहीं किया था। मैं गौतम भाई से नजरें तक नहीं मिला पा रहा था। लेकिन मैंने अपने आप से कहा कि अपना टाइम आएगा। इसलिए जब मैंने हैदराबाद में शतक बनाया तो कोच तालियां बजा रहे थे। मैं काफी खुश था।"

अंदर-बाहर होते रहे हैं संजू

संजू लंबे समय से टीम इंडिया के लिए खेल रहे हैं लेकिन अंदर-बाहर होते रहे हैं। उनको लगातार कभी मौके नहीं मिले हैं। इस शतक के बाद संजू को उम्मीद है कि उन्हें लगातार मौके मिलेंगे। संजू उस टीम इंडिया का भी हिस्सा थे जिसने टी20 वर्ल्ड कप 2024 अपने नाम किया था। हालांकि, इस पूरे टूर्नामेंट में उन्हें एक भी मैच खेलने को नहीं मिला था। फाइनल में वह खेलने वाले थे लेकिन टॉस से दस मिनट पहले उनको बाहर कर दिया गया था।