पटना । बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन ने चार विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की। इन चार में से तीन सीट विधायकों के लोकसभा सदस्य बनने के बाद खाली हुई थीं। वहीं इमामगंज सीट पर जीतन राम मांझी ने अपनी बहू को टिकट दिया है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तीन सीट रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) तरारी से चुनाव लड़ेगी। रामगढ़ से जगदानंद सिंह के बेटे तथा सुधाकर सिंह के भाई अजित सिंह को राजद का उम्मीदवार बनाया गया है। सुधाकर सिंह के बक्सर से लोकसभा सदस्य बनने के बाद रामगढ़ सीट खाली हुई थी। बेलागंज में विश्वनाथ कुमार सिंह चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले, इस सीट से उनके पिता सुरेन्द्र प्रसाद यादव चुनाव लड़ते थे, जो अब जहानाबाद से सांसद हैं। इमामगंज से राजद ने गया जिला परिषद के पूर्व सदस्य रोशन मांझी को टिकट दिया है।
तरारी में भाकपा (माले) के उम्मीदवार राजू यादव हैं, जिन्होंने 2019 में आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। तरारी से विधायक रहे सुदामा प्रसाद के इस साल आरा से लोकसभा सदस्य बनने के बाद उपचुनाव हो रहा है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से भाजपा ने रामगढ़ और तरारी से अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। रामगढ़ से भाजपा के उम्मीदवार अशोक कुमार सिंह पूर्व विधायक हैं, जबकि तरारी के प्रत्याशी विशाल प्रशांत कई बार विधायक रह चुके सुनील पांडेय के बेटे हैं।
इमामगंज सीट पर जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा चुनाव लड़ेगी, जिनके गया से लोकसभा सदस्य बनने के कारण उपचुनाव हो रहा है। जीतन राम मांझी ने इसके लिए अपनी बहू दीपा मांझी को टिकट दिया है, जो मांझी के बेटे और राज्य के मंत्री संतोष सुमन की पत्नी हैं। बेलागंज सीट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) चुनाव लड़ सकती है, जो 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर दूसरे नंबर पर रही थी। पार्टी ने अभी अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है। मतदान 13 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।