सधा रवैया और सीधा जवाब कई बार कलाकारों को नुकसान भी दे जाता है। मगर बहती धारा से विपरीत तैरने वाले रणवीर शौरी (Ranvir Shorey) का यही है मिजाज। जीने के अपने इस अंदाज को उन्होंने जागरण के साथ बातचीत में साझा किया है।
महंगी पड़ती है ईमानदारी
कलाकारों का इंस्टाग्राम प्रोफाइल भी बहुत कुछ कहता है। ‘खोसला का घोसला’ फिल्म अभिनेता रणवीर शौरी ने अपने इंटरनेट मीडिया के पेज पर हर जगह लिखा है ‘आनेस्टी बिफोर काइंडनेस’ यानी ईमानदारी दयालुता से पहले है। इस इंडस्ट्री में ईमानदार रहना कितना कठिन है? इस पर रणवीर कहते हैं-
‘मुझे तो बहुत कठिन लगता है। आपको उसकी महंगी कीमत चुकानी पड़ती है। कई बार कहा जाता है कि एक्टर तो आसानी से झूठ बोल देते हैं, क्योंकि उन्हें एक्टिंग करनी आती है। मैं ऐसा नहीं मानता। एक्टिंग में कहानी के किरदार के जरिए आप कुछ कर रहे होते हैं। अच्छी एक्टिंग के लिए ईमानदारी जरूरी है, जो किरदार निभा रहे हैं, उसमें रम जाना होता है। अगर आप सही से अभिनय नहीं कर रहे हैं, तो वह झूठ पकड़ा जाता है। अभिनय और झूठ बोलना एक बात नहीं है। झूठ बोलने का वास्ता असली जिंदगी से है। मैंने फिल्म इंडस्ट्री के बिजनेस में देखा है कि लोग ऐसा मानते हैं कि फेक इट टिल यू मेक इट यानी जब तक कामयाब न हो जाओ, कामयाब होने का नाटक करते रहो या झूठ बोलकर सामने वाले के दिमाग को घुमा दो। अब मेरे जैसे एक्टर के लिए कोई झूठ लिख देता है, तो मैं जानता हूं कि उस पर अपनी ऊर्जा बर्बाद करके मुझे कुछ नहीं मिलेगा। इंटरनेट मीडिया पर लोग कुछ भी उल्टा-सीधा कमेंट कर देते हैं, इसका कोई इलाज नहीं है। इसलिए सब जगह अपने पेज पर बायो में मैंने लिखा है कि ईमानदारी की जगह दयालुता से पहले है।’
काम मिलने पर क्या बोले रणवीर
इंडस्ट्री में इतना सीधा-सरल रवैया क्या काम मिलने के मौके कम नहीं कर देता है? इस पर रणवीर कहते हैं, ‘मेरे प्रोफाइल वाले कलाकारों के लिए कठिन होता है। अगर आप किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस या स्टार से किसी तरीके से जुड़े हुए हैं, तो आसान होता है। ऐसा नहीं है कि प्रतिभा मर जाएगी, प्रतिभा हमेशा जिंदा रहती है’।
बिग बॉस ओटीटी 3 में दिख चुके हैं रणवीर शौरी
मालूम हो कि इसी साल रणवीर शौरी रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 का हिस्सा बने थे। अनिल कपूर के इस शो में अपने शानदार खेल के दम पर रणवीर ने सबका भरपूर मनोरंजन किया। जिसके दम पर वह बिग बॉस ओटीटी 3 के टॉप-3 में फाइनलिस्ट में भी शुमार रहे, हालांकि, वो ट्रॉफी अपने नाम करने में नाकाम रहे थे।