बक्सर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म के उन्नयन के लिए रेलवे ने योजना बनाई है। पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर डिवीजन के अंतर्गत बिजली विभाग ने बक्सर के अलावा दिलदारनगर, झाझा और राजगीर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म को 24 कोच वाली ट्रेनों के ठहराव के अनुसार लंबाई और ऊंचाई में उन्नयन के लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह इस वर्ष बक्सर रेलवे स्टेशन के विकास के लिए तीसरी योजना है।
इससे पहले कैमटेक डिजाइन पर आधारित ट्रेनों में पानी भरने की प्रणाली स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन से सटी लाइन संख्या पांच और छह के बीच लगाई गई है। इसके लिए फिलहाल रेलवे स्टेशन पर मौजूद पुरानी टंकी से पानी लिया जाता है। रेलवे ने यहां एक नई पानी टंकी के निर्माण के लिए भी प्रक्रिया शुरू की है।
इसके लिए निविदा की प्रक्रिया पहले ही पूर्ण कर ली गई है। इन बदलावों के बाद बक्सर रेलवे स्टेशन से नई एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन शुरू करने में सहूलियत मिलेगी। फिलहाल यहां से लंबी दूरी की केवल एक एक्सप्रेस ट्रेन टाटा-बक्सर एक्सप्रेस ही खुलती है।
दक्षिण बिहार, असम और पश्चिम बंगाल जाने वाली कई ट्रेनों को पटना के अलग-अलग स्टेशनों से खोलने की बजाय बक्सर रेलवे स्टेशन से खोलने की मांग बिहार-झारखंड के अलग-अलग हिस्सों से उठती रही है।
विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन की दिशा में कोई कवायद नहीं
बक्सर रेलवे स्टेशन के विकास की सबसे महत्वाकांक्षी और बहुप्रचारित योजना पर अब तक कोई प्रगति धरातल पर देखने को नहीं मिल रही है। तत्कालीन सांसद अश्विनी चौबे के अलावा पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक और दानापुर डिवीजन के प्रबंधक कई बार इस योजना को लेकर सार्वजनिक पटल पर घोषणाएं कर चुके हैं।
इसके मुताबिक, पूरे रेलवे स्टेशन परिसर को अत्याधुनिक शैली में विकसित किया जाना है। करीब ढाई साल से इस योजना की चर्चा हो रही है, लेकिन इसके लिए निविदा की प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो पाई है। बीते दिनों रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अभी इस योजना के लिए डीपीआर बनाया जा रहा है।
भीड़ नियंत्रण के लिए पार्सल के पास बनेगा होल्डिंग एरिया
उधर, मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दिवाली और छठ पर होने वाली भीड़ को नियंत्रित करने की पूर्व की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सोनपुर डीआरएम विवेक भूषण सूद के आदेश पर एडीआरएम ने अधिनस्थ अधिकारियों के साथ पूरे जंक्शन एरिया का निरीक्षण किया।
जंक्शन पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान पार्सल के पास होल्डिंग एरिया के लिए उपयुक्त खाली जगह दिखाई दी। मौके पर मौजूद भूमि विकास प्राधिकरण के एजीएम पीआर सिंह से उक्त एरिया में निर्माण की जानकारी ली। आरएलडीए के अधिकारी ने पायलिंग के बाद अन्य निर्माण कार्य की जानकारी दी।
इस बीच छठ तक वहां होल्डिंग एरिया बनाने का विचार हुआ। इस पर एडीआरएम ने उक्त जगह को यात्रियों के लिए बैठने लायक बनाने को कहा। जहां भी छोटे-छोटे गड्ढे आदि हैं उनको दुरुस्त करने को कहा गया ताकि यात्रियों को वहां बैठने की सुविधा दी जा सके।
दीपावली और छठ के समय प्रतिदिन 15 से 20 हजार यात्रियों का आना-जाना होगा। इसको लेकर भी बात की गई। बताया कि हजारों यात्रियों की होने वाली भीड़ नियंत्रण को लेकर और निर्माण कार्य के मद्देनजर यात्रियों की सुविधा भी देखने को कहा गया।
उसके बाद परिचालन से जुड़े रेल कर्मियों के साथ सुरक्षा संबंधित बैठक की। सभी जंक्शन का निरीक्षण करने के बाद कोचिंग डिपो भी गए। उसके बाद अधिकारियों के साथ बरौनी के लिए प्रस्थान कर गए।