Home देश – विदेश अवैध ठेके के चलते दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में, कोर्ट...

अवैध ठेके के चलते दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में, कोर्ट ने दिए बंद करने के आदेश

7
0

दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है और AAP (AAP) ने दिल्ली की जनता से जुड़ने के लिए जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है. इसी कड़ी में बदरपुर विधानसभा में AAP नेता राम सिंह ने अवैध शराब के ठेके को बंद करवाया. इस ठेके का कोर्ट में काफी लंबे समय से केस चल रहा था. वहीं बदरपुर गांव के लोगों ने ठेके को बंद करवाने की खुशी में पूर्व विधायक राम सिंह के लिए धन्यवाद जनसभा रखी. इस सभा में गांव के लोगों ने शराब के ठेके बंद किए जाने के बाद पूर्व विधायक का खूब अभिवादन किया गया और इस दौरान उन्हें आश्वासन दिया कि हम गांव के लोग इस विधानसभा में AAP का साथ देंगे.

बदरपुर में अवैध शराब ठेके पर उठे सवाल
इस दौरान AAP नेता राम सिंह ने बदरपुर के BJP से पूर्व विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी जो अब वर्तमान में सांसद बन चुके हैं उन पर जमकर हमला बोला और कहा कि BJP नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी सिर्फ झूठ बोलकर जनता को गुमराह करना जानता है. पैसे के लालच में वह कुछ भी कर सकता है. बदरपुर गांव के अंदर शराब के अवैध ठेका खुलवा दिया, जहां रोजाना शराबियों की बड़ी संख्या में भीड़ रहती थी. गांव की बहू-बेटियां घर से बाहर निकलना दुश्वार हो गया था. स्थानीय लोगों ने कई कंप्लेंट की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो इस मामले को कोर्ट में ले जाया गया, जहां तकरीबन 3 साल बाद कोर्ट ने गांव के अंदर अवैध शराब के ठेके को बंद करवाया जिससे आज बदरपुर गांव के लोग बहुत राहत महसूस कर रहे हैं और बहुत खुश है. 

शराबियों की भीड़ ने गांव में बढ़ाई परेशानियाँ
वहीं इस दौरान गांव के लोगों ने बताया कि गांव के अंदर अवैध शराब के ठेके खुल जाने की वजह से हम सभी ग्राम वासियों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. हमेशा शराब के ठेके पर शराबियों की भीड़ लगी रहती थी जो गांव में ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अवैध शराब के ठेके को भाजपा के पूर्व विधायक और वर्तमान सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी के द्वारा पैसे की लेनदेन करके खुलवा दिया गया था. इस शराब के ठेके की वजह से घर के बहू बेटियों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था. इसके बाद गांव के ही पूर्व विधायक और AAP नेता राम सिंह ने कोर्ट में लंबी लड़ाई लड़ने के बाद गांव में बने अवैध शराब के ठेके को बंद करवाया.