नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने मिताली को नहीं खेलने देने पर अफसोस जताया है। गावस्कर ने कहा कि मिताली काफी अच्छी खिलाड़ी हैं। उन्होंने 20 साल भारतीय क्रिकेट की सेवा की है। उन्होंने रन बनाए हैं और दोनों मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच बनीं। गावस्कर ने कहा कि मिताली एक मैच के लिए चोटिल थीं, लेकिन अगले मैच के लिए वह फिट हो गई थीं।
भारत के इस महान बल्लेबाज ने सवाल उठाया कि इस स्थिति की तुलना पुरुषों के मैच से करके देखिए, यदि विराट कोहली किसी मैच में चोटिल होने की वजह से नहीं खेलते हैं और उसके बाद वह नॉकआउट के लिए फिट हो जाते हैं तो क्या आप उन्हें टीम से बाहर रखोगे? उन्होंने कहा कि आपको नॉकआउट के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को चुनना होता है। आपको मिताली के अनुभव और उनकी क्षमताओं की जरूरत थी।
आपको बता दें कि भारतीय महिला टीम की सबसे सीनियर खिलाड़ी मिताली राज ने जौहरी और करीम को भेजे गए कड़े ईमेल में पोवार पर आरोप लगाया था कि उन्हें वेस्टइंडीज में खेले गए टी-20 विश्व कप के दौरान पोवार ने अपमानित किया था। साथ ही टीम से बाहर किए जाने पर वह रो पड़ी थी। हालांकि पोवार ने बताया कि मिताली को सेमीफाइनल से बाहर करना बदले की भावना नहीं बल्कि रणनीति का हिस्सा था। इंग्लैंड ने इस मैच में भारत को आठ विकेट से हराया था।