Home देश – विदेश बिहार सरकार ने पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर उठाया बड़ा कदम, डीएम ने...

बिहार सरकार ने पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर उठाया बड़ा कदम, डीएम ने की अहम बैठक

5
0

पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए अधिगृहीत 52.18 एकड़ भूमि का एएआई ( भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण) ने सोमवार को हैंड ओवर कर लिया है। पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण से संबंधित समीक्षा बैठक जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने सोमवार को किया। बैठक में जिला पदाधिकारी ने एयरपोर्ट निर्माण के सभी पहलुओं की विस्तृत समीक्षा की।

जिला पदाधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने हवाई अड्डे के निर्माण के लिए एएआई के पूर्व के अधिसूचना के अनुसार गोआसी मौजा में 52.18 एकड़ अधिग्रहित भूमि का हैंड ओवर ले लिया गया है। अधिग्रहित भूमि पर अब एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने एयरपोर्ट से संबंधित संरचनाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जायेगा। जिला पदाधिकारी ने बताया कि भूमि हैंड ओवर के पश्चात एयरपोर्ट के चहारदीवारी का कार्य प्रारंभ किया जा सकेगा।

भवन निर्माण विभाग ने चहारदीवारी के निर्माण के लिए प्राक्कलन तैयार कर समर्पित कर दिया है। पूर्व में एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के टेक्निकल टीम ने भूमि के सर्वे का कार्य पूर्ण कर लगभग तीन हजार डाटा प्वाइंट के आधार पर अपनी रिपोर्ट एएआई को भेजा था। सर्वे में एजेंसी ने टोपोग्राफी के साथ कंटूर मैपिंग का कार्य किया गया जिसमें पूरे भूमि का अक्षांश, देशांतर और भूमि का एलिवेशन आदि का सर्वे किया गया था। जिला पदाधिकारी ने बताया गया कि जल्द ही जिले वासियों और आस – पास के लोगो का पूर्णिया एयरपोर्ट से उड़ान भरने की सुविधा उपलब्ध होगी।

एयरपोर्ट स्टेट आफ द आर्ट एयरपोर्ट होगा जो सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण एअरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के सीपीएमएस डिपार्टमेंट ने अगले 30 से 40 वर्षों के फुटफाल के प्रोजेक्शन का ध्यान रखते हुए प्लान किया जा रहा है।

बड़े एयरपोर्ट के तर्ज पर पूर्णिया एयरपोर्ट में पांच एयरोब्रिज का निर्माण किया जाएगा। एयरपोर्ट में अप्रोन्न, टर्मिनल बिल्डिंग, कार्गो काम्प्लेक्स, एसी चिल्लर प्लांट, एसटीपी, वाटर एंड फायर टैंक, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, एविएशन फ्यूल फार्म, एडमिन आफिस, कमर्शियल प्लाजा, सर्फेस पार्किंग आदि की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। इस दौरान निदेशक डीआरडीए सह विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर और अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।