नई दिल्ली । दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और आतिशी द्वारा नई सरकार बनाने का दावा करने का पत्र राष्ट्रपति को भेज दिया है। बता दें कि आतिशी ने मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण के लिए कोई तारीख नहीं मांगी, इसलिए दिल्ली के उपराज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख 21 सितंबर प्रस्तावित की है। आतिशी ने कहा कि वे अपने कैबिनेट मंत्रियों के नाम बाद में सौंपेंगी, जिसका मतलब है कि अभी तक कैबिनेट तय नहीं हुई है और पूरी संभावना है कि वे ही शपथ लेंगी।
आतिशी को कामकाज में तेजी लाने के लिए जमीन पर उतरकर सुनिश्चित करना होगा कि फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले प्रमुख परियोजनाएं और योजनाएं पटरी पर आ जाए। मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी को अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान इन मुद्दों समेत कई चुनौतियों से निपटना होगा। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती चुनाव से पहले मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना को लागू करना है। योजना के तहत दिल्ली में 18 साल के ऊपर की महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये की राशि मिलनी है। आतिशी ने केजरीवाल को अपना राजनीतिक गुरु बताकर मुख्यमंत्री पद जैसी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के लिए उनका आभार जताया। आतिशी ने कहा कि वह केजरीवाल के मार्गदर्शन में ही सरकार चलाएगी।
आतिशी ने कहा कि वह दिल्ली के लोगों के हितों की रक्षा करेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा आप सरकार की मुफ्त बिजली, पानी, दवा और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा जैसी कल्याणकारी योजनाओं में बाधा डालने की कोशिश करेगी। आतिशी के सामने सबसे चुनौतीपूर्ण कार्य एलजी ऑफिस के साथ अच्छे संबंध स्थापित करना होगा। क्योंकि दिल्ली सरकार के कल्याण और विकास संबंधी कार्यों के लिए एलजी की मंजूरी जरूरी होगी। नए मुख्यमंत्री के कार्यभार संभालने के साथ आने वाले हफ्तों में मोहल्ला क्लीनिक और प्रीमियम बसों जैसी परियोजनाओं और योजनाओं का शुभारंभ, अस्पतालों, स्कूलों और फ्लाईओवरों का उद्घाटन, सहित कई नए इनिशिएटिव देखने को मिल सकते हैं।