वास्तु टिप्स: हम अपने जीवन में शांति और समृद्धि लाने के लिए भगवान की पूजा करते हैं. घर का एक कोना तय करते हैं, जिसमें हम भगवान का मंदिर बनाते हैं. हिंदू धर्म में रोजाना सुबह और शाम घर में भगवान की पूजा करने से नकारात्मक उर्जा दूर रहती है. हालांकि, कई घरों में इसके बावजूद भी शांति का आभाव रहता है, जिसका मुख्य कारण मंदिर का वास्तु दोष हो सकता है. आइए जानते हैं वास्तु सलाहकार दिव्या छाबड़ा से…
फटी हुई तस्वीर
अगर आपके पास भगवान की मूर्ति नहीं है और आप पूजा के लिए पुरानी या फटी हुई भगवान की तस्वीर रखकर पूजा कर रहे हैं तो इसे तुरंत बंद कर दें. फटी हुई धार्मिक पुस्तक रखने से भी नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. ऐसे घर में उदासी छाई रहती है.
माता-पिता की तस्वीर
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर के आस-पास पूर्वजों या पितरों की तस्वीरें नहीं रखनी चाहिए. अगर घर में भगवान के साथ पितरों की तस्वीरें रखी जाती हैं तो घर में क्लेश होता रहता है और भगवान भी नाराज रहते हैं. भगवान पर चढ़ाए गए सूखे फूल भी मंदिर में न रखें.
एक से अधिक शंख रखना भी गलत
वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर में एक से अधिक शंख नहीं रखना चाहिए. कई लोग अपने मंदिर में बहुत सारे शंख रखते हैं लेकिन ऐसा करना वास्तु शास्त्र की दृष्टि से गलत है.
टूटी हुई मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर में कभी भी भगवान रूद्र स्वरूप की मूर्ति स्थापित न करें और साथ ही खंडित मूर्ति भी न रखें. इस तरह की मूर्ति की पूजा करने से घर में आर्थिक तंगी बढ़ती है.
पूजा सामग्री
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा पाठ के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली पूजा सामग्री को भी घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए. साथ ही मंदिर की रोजाना सफाई करनी चाहिए. अगर घर का मंदिर अस्त-व्यस्त या गंदा है तो घर में कभी भी सुख-शांति नहीं रहेगी.