रायपुर. छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने वर्ष 2018-19 के हायर सेकेंडरी के परीक्षा पैटर्न में इस साल बदलाव किया गया है।
गणित से लेकर कॉमर्स के स्टूडेंट्स को अब सरल और अौसत प्रश्नों के आधार पर तैयार प्रश्नपत्र मिलेंगे।
इसी सत्र से नए पैटर्न पर एग्जाम होंगे। इसका ब्लू प्रिंट जारी कर दिया गया है। दावा यह किया जा रहा है कि नए पाठ्यक्रम और प्रश्नों के सरल आने पर रिजल्ट के पासिंग मार्क्स भी बढ़ेंगे।
यानि कॉमर्स में 80 फीसदी सरल प्रश्न आएंगे और गणित में 60 फीसदी तक सरल प्रश्न देने की तैयारी है।
माशिमं की ओर से जारी किए गए ब्लू प्रिंट में स्पष्ट किया गया है कि कठिन के साथ सरल और औसत प्रश्न परीक्षा में पूछे जाएंगे।
इससे न केवल स्टूडेंट्स के परीक्षा परिणाम में सुधार होगा बल्कि अंकों का प्रतिशत बढ़ने से अच्छे कॉलेजों में वे आसानी से प्रवेश ले सकेंगे।
परर्सेंट कम होने की वजह से ज्यादातर स्टूडेंट्स को अच्छे कॉलेजों में पढ़ाई का मौका नहीं मिल पाता था, नए पैटर्न में परीक्षाएं होने से स्टूडेंट्स को भी राहत मिलेगी।
जबकि माशिमं का दावा है कि इस तरह के प्रश्नपत्रों से परीक्षा लेने पर स्टूडेंट्स के पर्सेंटेज में भी सुधार होगा।
एक से 8 नंबर के प्रश्न
नए पैटर्न के अनुसार इस सत्र से होने वाले 12 वीं के एग्जाम में 7 नंबर के प्रश्न नहीं आएंगे। किसी भी सब्जेक्ट में 7 नंबर के प्रश्न नहीं दिए जाएंगे। हालांकि एक से 8 नंबर के प्रश्न रहेंगे। दरअसल पहले सभी अंकों के प्रश्न आते थे, लेकिन नए पैटर्न में कई और बदलाव किए गए है।
नए पैटर्न के बाद से पासिंग रिजल्ट भी बढ़ेंगे। दअरसल माशिमं ने जिस पैटर्न पर प्रश्न पत्रों को देने की तैयारी की है। इससे साफ है कि इस साल 20 से 40 प्रतिशत तक पासिंग रिजल्ट बढ़ेंगे।
तीन विषयों में कोई बदलाव
नए सत्र से शुरू होने वाले परीक्षा में तीन विषयों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सामान्य संस्कृत, इतिहास और भूगोल में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जबकि सारे विषयों के पैटर्न में बदलाव कर दिया गया है। इन विषयों में बदलाव के लिए कोई सलाह ही नहीं आए है।