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यूक्रेनी भारत से सीखेंगे खेतीबारी, नाच-गाना और विरासत बचाने के गुर; PM मोदी के दौरे पर यूक्रेन संग चार करार…

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन की एक दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा की।

इस दौरान दोनों देशों के बीच कृषि एवं खाद्य उद्योग, औषधि एवं स्वास्थ्य, सामुदायिक विकास और सांस्कृतिक आदान प्रदान के क्षेत्र में सहयोग के चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। प्रधानमंत्री मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मुलाकात के बाद दोनों पक्षों की ओर से सहयोग के इन चार करार पर हस्ताक्षर किए गए।

मोदी की यात्रा की समाप्ति पर जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि कृषि और खाद्य उद्योग के क्षेत्र में सहयोग के तहत दोनों पक्ष सूचनाओं का आदान-प्रदान, संयुक्त वैज्ञानिक अनुसंधान, अनुभव के आदान-प्रदान, कृषि अनुसंधान में सहयोग, संयुक्त कार्य समूहों के निर्माण आदि के क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देकर कृषि और खाद्य उद्योग के क्षेत्र में पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का विस्तार करेंगे।

दोनों पक्षों ने चिकित्सा उत्पादों के कारोबार में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रीय एक करार के तहत भारत के औषधि मानक नियंत्रण संगठन और यूक्रेन की औषधि और औषधि नियंत्रण सेवा के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि दोनों पक्ष इस संबंध में सूचनाओं का आदान प्रदान, क्षमता निर्माण, कार्यशालाओं, प्रशिक्षण और यात्राओं के परस्पर आयोजन के माध्यम से आपसी सहयोग करेंगे। समझौते में चिकित्सा उत्पादों के सुरक्षित होने और उनके गुणवत्ता के पहलुओं में सुधार जैसे क्षेत्रों में सहयोग का विचार है।

तीसरा समझौता उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के क्षेत्र में सरकार के स्तार पर सहयोग के लिए है।

इसके तहत भारत यूक्रेन में सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए अनुदान सहायता प्रदान करेगा इसके लिए यूक्रेन सरकार के साथ साझेदारी में परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।

भारत के संस्कृति मंत्रालय और यूक्रेन के संस्कृति और सूचना नीति मंत्रालय के बीच वर्ष 2024-2028 की अवधि में सांस्कृतिक सहयोग का कार्यक्रमों के लिए हुए करार के तहत भारत और यूक्रेन के बीच सांस्कृतिक रंगमंच, संगीत, ललित कला, साहित्य, पुस्तकालय और संग्रहालय मामलों के क्षेत्रों में सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। दोनों पक्षों ने मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण और संवर्धन में भी एक दूसरे का सहयोग करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर ज़ेलेन्स्की से आग्रह किया कि वह शांति की खातिर बिना समय बरबाद किये इस संकट से निकलने के लिए बातचीत एवं कूटनीति के मार्ग पर आगे आयें और इसके लिए भारत सक्रिय भूमिका निभाने और वह स्वयं व्यक्तिगत रूप में योगदान देने के लिए तैयार हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन सरकार को चार ‘भीष्म (सहयोग, हित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल) क्यूब्स’ की सौगात दी।

‘भीष्म क्यूब’ में सभी प्रकार की चोटों और चिकित्सा से जुड़ी हालत में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा या देखभाल सुनिश्चित करने वाली दवाइयां और उपकरण शामिल हैं।

इसमें बुनियादी ऑपरेशन कक्ष के लिए सर्जिकल उपकरण भी शामिल हैं जो प्रति दिन 10-15 बुनियादी सर्जरी सुनिश्चित कर सकते हैं।

‘भीष्म क्यूब’ में तरह-तरह की आपातकालीन चिकित्सीय हालत जैसे कि आघात लगने, रक्तस्राव होने, जल जाने, फ्रैक्चर होने, इत्‍यादि के लगभग 200 मरीजों का इलाज करने की क्षमता है। इसमें सीमित मात्रा में अपनी जरूरत की बिजली और ऑक्सीजन भी उत्‍पन्‍न हो सकती है।

यूक्रेन की चिकित्सा टीम को ‘भीष्म क्यूब’ के संचालन का प्रारंभिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अनेक भारतीय विशेषज्ञों की एक टीम तैनात की गई है।

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