वारसॉ। पीएम नरेंद्र मोदी ने पोलैंड के वारसॉ में एक कार्यक्रम में कहा कि आज मैं यहां 140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से पोलैंड में रहने वालों का अभिनन्दन करता हूं। मैं आपको सेल्यूट करता हूं, भारत और पोलैंड में बहुत समानता है। पोलैंड में भारत की भाषाओं को आप यहां की यूनिवर्सिटी में देख सकेंगे। भारत के गांव की कबड्डी को पोलैंड ने ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे कई देश है, जहां दशकों तक भारत का कोई प्रधानमंत्री नहीं पहुंचा था लेकिन, अब परिस्थितियां बदल गई हैं, आज के भारत की नीति हैं सभी देशों से नजदीकी बनाओ। आज का भारत सबके साथ है, सबके विकास की बात करता है। हमें गर्व है आज दुनिया भारत को विश्वबंधु की नजर से देखती है, जिन्हें कहीं जगह नहीं मिली, उन्हें भारत ने अपने दिल और जमीन में जगह दी है।
पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय से कहा कि पोलैंड तो सनातन भाव का साक्षी रहा है। जब पोलैंड दूसरे वर्ल्ड में संकट में था, तब महाराजा जाम साहब जडेजा आगे आए। उन्होंने उनके लिए कैंप बनवाया था। जाम साहब के बनाए रास्ते को पोलैंड ने अभी भी बनाकर रखा है। गुजरात में जब दो दशक पहले भूकंप आया तो पोलैंड सबसे पहले मदद लेकर पहुंचा था। पीएम मोदी ने कहा कि हम भारतीयों की एक पहचान है कि हम सबके बारे में सोचते हैं। दुनिया के किसी भी देश में संकट आए तो भारत पहला देश होता है, जो मदद के लिए हाथ बढ़ाता है। कोविड आया तो भारत ने कहा मानवता सर्वप्रथम। हमने दुनिया के 150 से अधिक देशों को दवाइयां और वैक्सीन भेजी।
उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस है। इस दिन भारत ने चंद्रमा के साउथ पोल पर अपना चंद्रयान उतारा था। जहां कोई देश नहीं पहुंचा, वहां भारत पहुंचा और उस स्थान का नाम शिवशक्ति है। मैंने देश की जनता से वादा किया है, मेरे तीसरे टर्म में भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। नैसकॉम का अनुमान है कि भारत अपने डिजिटल अवसंरचना के कारण इस दशक के अंत तक एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा।