उज्जैन । लाखों रुपए खर्च कर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है। मंदिर की सुरक्षा को लेकर हमेशा कड़ी व्यवस्था की बात की जाती है, लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें तीन आवारा कुत्ते गणेश मंडपम में एक-दूसरे से लड़ते नजर आ रहे हैं। स्थिति ऐसी है कि इन कुत्तों की लड़ाई से आसपास बैठे श्रद्धालु खुद को बचाने और कुत्तों को मंडपम से भगाने का प्रयास भी करते दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो की पड़ताल करने पर पता चला कि यह वीडियो श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन सुबह होने वाली भस्म आरती के समय का है, जब श्रद्धालुओं को गणेश मंडपम के दौरान सीढ़ियों पर बिठाया जाता है। भस्म आरती के समय मंदिर में सुरक्षा कंपनी के कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहते हैं, लेकिन उनकी मौजूदगी के बावजूद गणेश मंडपम तक इन कुत्तों का पहुंच जाना श्रद्धालुओं की सुरक्षा में एक बड़ी चूक है। यह वीडियो भले ही 35 सेकंड का हो, लेकिन इसे देखकर साफ समझा जा सकता है कि आपस में लड़ते हुए ये कुत्ते इतने आक्रामक हो गए थे कि किसी भी श्रद्धालु को नुकसान पहुंचा सकते थे।
किसी ने पंछे से भगाया, तो कोई खुद ही भाग गया
वीडियो में दिखता है कि जब इन कुत्तों के बीच लड़ाई हो रही थी, तब कुछ श्रद्धालुओं ने उन्हें भगाने का प्रयास किया। कुछ ने पंछे निकालकर उन्हें डराने की कोशिश की, ताकि वे वहां से चले जाएं। लेकिन जब कुत्ते नहीं गए, तो वहां बैठे श्रद्धालु खुद ही उनसे दूर भाग गए।
पहले भी हो चुके हैं आवारा कुत्तों के हमले
महाकालेश्वर मंदिर के गणेश मंडपम तक आवारा कुत्तों के पहुंचने के सवाल पर सभी जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है, लेकिन यह मामला अत्यंत गंभीर है। पूर्व में भी अन्य राज्यों से बाबा महाकाल के दर्शन करने आए श्रद्धालु आवारा कुत्तों के हमले का शिकार हो चुके हैं। कुछ दिनों पहले ही दो महिला श्रद्धालुओं को आवारा कुत्तों ने निशाना बनाया था। इसके बाद श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आवारा कुत्तों को पकड़ा था, लेकिन कार्यवाही बंद होते ही फिर से आवारा कुत्ते महाकालेश्वर मंदिर में नजर आने लगे हैं।
जांच करवा रहा हूं
'वायरल वीडियो मेरे संज्ञान में भी आया है। मैं इसकी जांच करवा रहा हूं कि यह आखिर कब का है। जांच के बाद जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'
– गणेश धाकड़, महाकाल मंदिर प्रशासक