भारतीय दूतावास ने रूस के ब्रायंस्क, बेलगोरोद और कुर्स्क क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों समेत अपने नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से चले जाने को कहा है।
दूतावास ने रूस-यूक्रेन युद्ध के तेज होने के बाद इन क्षेत्रों में सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया है।
भारत द्वारा एडवाइजरी ऐसे समय में जारी की गई है जब यूक्रेनी सैनिकों द्वारा अचानक सीमा पार से किए गए हमले के बाद हजारों रूसी इस क्षेत्र से भाग गए हैं।
बेलगोरोद सीमा क्षेत्र में आपातकाल घोषित
मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक परामर्श में तीनों क्षेत्रों में “हाल ही में हुई सुरक्षा घटनाओं” का जिक्र किया गया है और भारतीय नागरिकों से आवश्यक सावधानी बरतने का आह्वान किया गया है।
हालांकि एडवाइजरी में रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच लड़ाई का कोई सीधा संदर्भ नहीं दिया गया है। यह सुरक्षा परामर्श रूस के बेलगोरोद सीमा क्षेत्र में आपातकाल घोषित किए जाने के कुछ घंटों बाद जारी किया गया।
100 रूसी सैनिकों को पकड़ा
यूक्रेन ने करीब दो हफ्ते पहले कुर्स्क क्षेत्र पर हमला किया था। इसके बाद, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनके देश की सेना बुधवार को एक से दो किलोमीटर तक क्षेत्र में आगे बढ़ गई है। उन्होंने यह भी कहा कि 100 रूसी सैनिकों को पकड़ लिया गया है।
रूस के बेलगोरोद सीमा क्षेत्र में भी यूक्रेन की सेना की जबरदस्त गोलाबारी के कारण बुधवार को आपातकाल घोषित कर दिया गया, क्योंकि यूक्रेनी सेना लगातार दूसरे सप्ताह निकटवर्ती कुर्स्क क्षेत्र में सीमा पार से बड़े पैमाने पर घुसपैठ की कोशिश कर रही है।
इन क्षेत्रों से बाहर चले जाएं भारतीय
यूक्रेनी सेना द्वारा छह अगस्त को क्षेत्र में घुसपैठ शुरू करने के बाद पिछले शनिवार को कुर्स्क में आपातकाल घोषित कर दिया गया था।
भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘ब्रायंस्क, बेलगोरोद और कुर्स्क क्षेत्रों में हाल की सुरक्षा घटनाओं के मद्देनजर भारतीय नागरिकों को आवश्यक सावधानी बरतने और अस्थायी रूप से इन क्षेत्रों से बाहर चले जाने का परामर्श किया जाता है।’’
इसने कहा कि जिन लोगों को मदद या मार्गदर्शन की आवश्यकता है, उनके लिए दूतावास ने एक ई-मेल और टेलीफोन नंबर जारी किया है।
भारतीय नागरिक किसी भी सहायता के लिए edu1.moscow@mea.gov.in पर मेल या +7 965 277 3414 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
रूस में लगभग 20,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से अधिकांश छात्र हैं। फिलहाल यह तुरंत पता नहीं चल सका कि ब्रायंस्क, बेलगोरोड और कुर्स्क क्षेत्रों में कितने भारतीय रहते हैं।
सीमा पार से हमलों को लेकर यूक्रेन की रणनीति में एक बड़ा बदलाव आया है। क्योंकि इससे पहले फरवरी 2022 में रूसी आक्रमण के बाद से यूक्रेन डिफेंसिव मोड में ही था।
यानी वह अपने देश के ही अंदर रूसी हमलों से खुद की रक्षा कर रहा था। अब यूक्रेन रूस में घुसकर हमले कर रहा है।
बेलगोरोड क्षेत्र में अधिकारियों ने आपातकाल की घोषणा कर दी है, और हजारों रूसी अपने घरों से भागने के लिए मजबूर हो गए हैं।
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार विदेशी सैनिकों ने रूसी क्षेत्र में प्रवेश किया है। यूक्रेनी सरकार का दावा है कि उसके पास लगभग 1,000 वर्ग किलोमीटर रूसी क्षेत्र पर नियंत्रण है।
हालांकि यूक्रेन ने साफ कहा है कि वह इन क्षेत्रों को अपने में मिलाने की कोई योजना नहीं बना रहा है।
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