भोपाल : उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने एनएचएम भवन में सरकार के साथ कार्य कर रहे विभिन्न डेवलपमेंट पार्टनर्स, एनजीओ के प्रतिनिधियों के साथ वृहद् चर्चा की। उन्होंने विभिन्न संस्थाओं द्वारा प्रदेश में की जा रही गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की।उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि हम सभी को मिलकर मध्यप्रदेश को स्वास्थ्य संकेतकों में शीर्ष में ले जाना है। उन्होंने विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार के लिए सुझाव प्राप्त किए और कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त कर स्वास्थ्य मानकों में सुधार के लिए प्राप्त सुझावों पर तत्परता से कार्य किए जाएँगे। उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग और योजनाओं के निर्धारण और क्रियान्वयन की मैदानी समस्याओं का उचित निराकरण करने में यह सुझाव उपयोगी होंगे।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में संसाधनों और इच्छाशक्ति की कमी नहीं है। स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए अधोसंरचना विस्तार, चिकित्सकीय एवं सहायक चिकित्सकीय मैन पॉवर उपलब्धता, अत्याधुनिक उपकरण आदि की प्राथमिकता से व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन और मूल्यांकन में स्वास्थ्य क्षेत्र में लंबे समय से कार्य कर रहे वैश्विक स्तर के एनजीओ के सुझाव सेवाओं को सशक्त करने में सहयोगी होंगे। बैठक में एमडी एनएचएम प्रियंका दास, संचालक आईईसी डॉ. रचना दुबे, संचालक एमसीएच डॉ. अरुणा कुमार, संचालक एनएचएम के.के. रावत सहित विभागीय अधिकारी यूनीसेफ़, डब्ल्यूएचओ, यूएनडीपी, सीएचएआई, एविडेंस एक्शन, टाटा ट्रस्ट सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य कर रहे विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।