मौसम विभाग ने शनिवार को भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। शुक्रवार को हुई झमाझम बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया था, अब एक बार फिर मौसम विभाग ने हजारीबाग सहित अन्य जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
शुक्रवार को करीब 100 एमएम की बारिश हुई और संभावना जताई जा रहा है कि यह आंकड़ा भी रात में पार हो जाएगा। ऐसे में रेड अलर्ट के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गई है।
शासन द्वारा नदी तालाब से दूर रहने और झरनों के निकट विशेष तौर पर नहीं जाने की सलाह दी है। जिला नियंत्रण कक्ष को सक्रिय किया गया है।
वहीं नगर निगम को मुख्य सड़कों पर खड़े पेड़ को लेकर निर्देश जारी किया गया है। बता दें कि बड़ी संख्या में मुख्य सड़कों पर सूखे पेड़ खड़े हैं, जिसे लेकर चेतावनी जारी की गई थी।
पेड़ गिरने से हुई थी दो लोगों की मौत
पिछले एक सप्ताह में पेड़ गिरने और इसके चपेट में आने से दो की मौत और तीन घायल हो चुके है। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा नगर निगम के साथ-साथ प्रखंड शासन को भी ऐसे पेड़ों की विशेष निगरानी और वन विभाग को चिन्हित करने को कहा गया है।
झमाझम बारिश ने लौटाई किसानों के चेहरे पर चमक
धनरोपनी में जुटे लोग सावन मास प्रारंभ होते हीं जिले में धानरोपणी समाप्ति की ओर चला जाता था और जुलाई माह में पूरी तरह धानरोपणी का कार्य समाप्त हो जाता था।
परंतु इस बार मौसम की बेरुखी के कारण जिले में बारिश नहीं हो सकी और किसान किसी तरह धान का बिचड़ा खेत में डाले भी तो सूखने लगे थे। बारिश का आसार छोड़ दिए थे।
परंतु गुरुवार को प्रारंभ हुई बारिश शुक्रवार को झमाझम बारिश में तब्दील हो गई। इससे किसानों के चेहरे पर रौनक लौट गई। किसान खेत पहुंच गए और धान रोपणी का कार्य प्रारंभ कर दिया।
खेतों में धान रोपणी के गीत गुंजने लगे। चरही से लेकर बड़कागांव, दारु, कटकमसांडी के पाराटाड़, लुपूंग, इचाक, बड़काखूर्द, सदर प्रखंड के मोरांगी, डेमोटाड़ आदि पंचायतों में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर धनरोपनी का कार्य प्रारंभ हो गया।