राज्य के सभी 46 सरकारी और 33 निजी पॉलिटेक्निक में चालू सत्र 2024-25 से परिणाम आधारित (आउटकम बेस्ड) पाठ्यक्रम लागू होंगे। इससे छात्र-छात्राओं को औद्योगिक इकाईयों में इंटर्नशिप करना अनिवार्य होगा। इससे छात्र-छत्राओं को उनके नियोजन में काफी लाभ होगा।
मंगलवार को विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह की अध्यक्षता में राज्य प्रावैधिक शिक्षा पर्षद की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा पर्षद द्वारा मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों की तैयारी एवं उसका संचालन, परीक्षा का आयोजन, मूल्यांकन, परीक्षाफल की तैयारी और उसका प्रकाशन को लेकर विशेषज्ञों की टीम सभी पॉलिटेक्निक संस्थानों को मार्गदर्शन करेंगे।
बैठक में यह भी तय किया गया कि 38 पाठ्यक्रमों का परिणाम आधारित शिक्षण कार्य में सुधार लाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा। बैठक में विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, निदेशक उदयन मिश्र और पर्षद के सचिव डॉ. चन्द्रशेखर सिंह मौजूद थे।
IIT Patna में 27 राज्यों के 797 विद्यार्थियों ने लिया नामांकन
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) पटना में सत्र 2024-25 में नामांकित विद्यार्थियों का मंगलवार को स्वागत किया गया। नये शैक्षणिक सत्र 2024-25 के विद्यार्थियों के लिए तीन दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया है। जेईई एडवांस की रैंक के आधार पर 797 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया है। जिसमें 151 छात्राएं और 646 छात्र हैं। इस बार 27 राज्यों के विद्यार्थियों ने बीटेक कोर्स में नामांकन लिया है।
इंडक्शन कार्यक्रम में 11 बीटेक ब्रांच, एक बीएस, आठ बीटेक-एमटेक ड्यूअल डिग्री प्रोग्राम और 12 बीटेक-एमबीए ड्यूअल डिग्री प्रोग्राम वाले छात्र इसमें शामिल होंगे। मुख्य अतिथि आईआईएम बोधगया की निदेशक प्रो. विनीता एस सहाय ने विद्यार्थियों को बेहतर करने के लिए प्रेरित की।
उन्होंने कहा कि शैक्षिणक और व्यावसायिक दोनों क्षेत्र में सफलता के लिए आवश्यक गुणों के रूप में अनुकूलनशीलता और लचीलापन जरूरी है।