Home छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय में ठेका प्रथा खत्म करने की मांग

नगरीय निकाय में ठेका प्रथा खत्म करने की मांग

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मनेन्द्रगढ़
 छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी महासंघ के सरगुजा संभाग अध्यक्ष सौरभ यादव ने जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ के रेस्ट हाउस में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से सौजन्य मुलाकात कर ठेका प्रथा समाप्त किये जाने के लिये ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय में कुल 184 निकायों में 14 नगर निगम, 48 नगर पालिका और 122 नगर पंचायत में विगत 15-22 वर्षों से लगभग 25000 प्लेसमेंट कर्मचारी कार्यरत हैं जो कई वर्षों से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। पिछली सरकार में इनकी मांगों को दरकिनार कर दिया गया था जिसके लिए इन कर्मचारियों ने जिला से लेकर

संभाग और राज्य स्तर पर कई बार आंदोलन भी किया। अब वर्तमान में अपनी मांगों को लेकर इनकी आशा वर्तमान सरकार पर टिकी हुई है। संभाग अध्यक्ष सौरभ यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सभी पांचों संभागों के नगरीय निकायों में लगभग 15 से 22 वर्षों से प्लेसमेंट कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि कोरोना महामारी का एक ऐसा दौर आया कि लोग घरों से बाहर नही निकल रहे थे। तब प्लेसमेंट कर्मचारी अपनी जान की परवाह न करते हुए निरंतर साफ-सफाई, पेयजल सप्लाई और जनहित के लिये अन्य कार्य कर रहे थे। संभाग अध्यक्ष ने कहा कि पिछली सरकार ने 4000 रुपये श्रम सम्मान राशि के रूप में देने की घोषणा की और उसे नगरीय

निकाय के लिए लागू ही नही किया गया जबकि प्लेसमेंट कर्मचारी भी पात्रतानुसार कलेक्टर दर के ही श्रेणी में आते हैं जिसके लिए आज भी कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। संभाग अध्यक्ष द्वारा दिये गये ज्ञापन में लेख है कि प्लेसमेंट कर्मचारियों का ठेका प्रथा बंद कर अन्य विभागों के स्वरूप निकाय से सीधा भुगतान किया जाये जिससे शासन को लगभग 110 करोड़ रुपए की बचत होगी। इस दौरान संभागीय मीडिया प्रभारी दीपेंद्र सेन, मो. अजीज, राजेश यादव, संजय ओझा, विजय कुमार, रितेश महतो, मो. सलाम, सुभाग सिंह, अर्जुन मलिक, देवेंद्र, राम कुमार, राम प्रसाद व अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।