मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू इन दिनों खबरों में काफी बने हुए हैं। जब से मालदीव में मुइज्जू की सरकार बनी है तब से ही भारत के साथ द्वीप देश के संबंध अच्छे नहीं हैं।
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू पर चीन के इशारों पर चलने और भारत का विरोध करने का आरोप लगे हैं। इतना ही नहीं राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू अपनी भारत विरोधी नीतियों को लेकर काफी चर्चा में रहे।
इस साल की शुरुआत में मुइज्जू के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी को अपमान भरे शब्द बोले, जिसके बाद मालदीव की सरकार ने उन मंत्रियों को निलंबित कर दिया था।
मगर खबर आ रही है कि जनवरी से अब तक बिना कोई काम किए तीन निलंबित उप-मंत्रियों द्वारा वेतन और भत्ते के रूप में घर ले जाई गई राशि 5,00,000 एमवीआर को पार कर गई है। भारतीय मुद्रा के लिहाज से यह राशि 27 लाख रुपये से ज्यादा है।
युवा मंत्रालय के उप-मंत्री मालशा शरीफ, मरियम शिउना और महजूम माजिद को सोशल मीडिया पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने के आरोप में 7 जनवरी को निलंबित कर दिया गया।
राष्ट्रपति कार्यालय के संचार मंत्री इब्राहिम खलील ने कहा कि उन्हें जांच के लिए निलंबित किया गया है। सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत न्यूज पोर्टल अधाधु ने उनके निलंबन का कारण, 27 मार्च तक उन्हें वेतन और भत्ते के रूप में प्रदान की गई राशि और उनके खिलाफ आगे कोई कार्रवाई की गई है या नहीं, इसकी जानकारी मांगी।
निलंबित मंत्रियों को मुइज्जू ने दी मोटी सैलरी
मंत्रालय ने तीन महीने बाद 2 जुलाई को आरटीआई अनुरोध का जवाब दिया। जवाब के अनुसार, जनवरी से मार्च तक प्रत्येक उप-मंत्री को वेतन के रूप में भुगतान की गई कुल राशि 94,500 एमवीआर थी।
मार्च से लेकर अब तक के तीन महीनों के वेतन को जोड़ने पर पता चलता है कि निलंबन अवधि के दौरान प्रत्येक उप मंत्री को 1,89,000 एमवीआर मिले हैं।
आंकड़ों के अनुसार, शिउना, मालशा और महजूम को बिना कोई काम किए वेतन और भत्ते के रूप में कुल 5,67,000 एमवीआर मिले।
युवा मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजन टिप्पणी करने के कारण तीनों उप-मंत्रियों को निलंबित कर दिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा लिया गया था और मामले की जांच अभी भी कार्यालय द्वारा की जा रही है।
गिर गई मालदील में पर्यटकों की आमद
बता दें प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मालदीव के तीन उप-मंत्रियों द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों के बाद मालदीव का बहिष्कार होने लगा।
इसके भारत से पर्यटकों के आगमन में भारी गिरावट आई। मालदीव के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों द्वारा भारत का मजाक उड़ाए जाने के बाद, भारतीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, बॉलीवुड सितारों और अन्य मशहूर हस्तियों ने मालदीव का बहिष्कार करने के लिए एक मजबूत अभियान चलाया। परिणामस्वरूप मालदीव के पर्यटकों की आमद में गिरावट आई है।
पूर्व वित्त मंत्री इब्राहिम अमीर ने कहा कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और तीन उप-मंत्रियों की भाषा और नीतियों के कारण मालदीव के पर्यटन को 2 बिलियन एमवीआर का नुकसान हुआ है।
अमीर ने बताया कि इस साल जून तक मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 47,000 कम थी।
नतीजतन, कर राजस्व में 450 मिलियन एमवीआर का नुकसान हुआ। अमीर ने कहा, “पर्यटन उद्योग को कुल मिलाकर 2.3 बिलियन एमवीआर का नुकसान उठाना पड़ा।”
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