भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बिहार सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। अन्य सभी पुल के साथ इस पुल की भी जांच करवाई जाएगी। आखिर तत्कालीन सांसद ने कितना पैसा खाया था? जांच के बाद सारी बात स्पष्ट हो जाएगी। किशनगंज में एक और पुल धंसने के बाद बिहार में सियासत शुरू हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के नेता अब सीधे राष्ट्रीय जतना दल पर हमला बोल रहे हैं। उनका आरोप है कि यह पुल राजद के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री के फंड से बना था। अब बिहार सरकार इस मामले की जांच करवाएगी कि राजद के तत्कालीन सांसद ने उस वक्त कितना पैसा खाया था। भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि किशनगंज में जो पुल धंसा है, उसे राजद के तत्कालीन सांसद दिवंगत तसलीमुद्दीन के फंड से बना था। इस पुल का निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया इसलिए आज ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
2007-2008 में इस पुल का निर्माण हुआ था।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बिहार सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। अन्य सभी पुल के साथ इस पुल की भी जांच करवाई जाएगी। आखिर तत्कालीन सांसद ने कितना पैसा खाया था। जांच के बाद सारी बात स्पष्ट हो जाएगी। 2007-2008 में इस पुल का निर्माण हुआ था। जांच में जो दोषी पाए जाएंगे वह बख्शे नहीं जाएंगे। मामला किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड का है। जहां तेज बारिश के बाद नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे बूंद नदी पर बना पुल का पिलर करीब एक फुट धंस गया है। यह पुल ठाकुरगंज के पथरिया पंचायत स्थित खोशी डांगी गांव में तत्कालीन सांसद मो. तस्लीम उद्दीन के सांसद कोष से 2007-8 में बनाया गया था। लेकिन सोमवार को पानी का दवाब नहीं झेल पाया और पिलर एक से डेढ़ फुट धंस चुका है। स्थानीय पूर्व मुखिया जवाहर सिंह ने बताया कि यह पुल तीन से चार पंचायतों को जोड़ता है। अगर यह पुल धराशायी हो जाता है तो 50 से 60 हजार आबादी प्रभावित होगी।