पश्चिमी जिले की एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड ने राजौरी गार्डन से एक वर्षीय बच्चे का अपहरण करने वाले दो अपहरणकर्ताओं समेत तीन को गिरफ्तार किया है।
आरोपितों की पहचान नरेला के मनीष कुमार, उत्तर प्रदेश के गोंडा के वैनिया गांव के मोहित तिवारी, बिहार के सीतामढ़ी के सिरसियां गांव की शोभा देवी के रूप में हुई है।
आरोपितों ने बच्चे का राजौरी गार्डन इलाके से अपहरण कर उसे बिहार के सीतामढ़ी में महिला को बेच दिया था। पुलिस ने अपराध में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है।
गोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास से किया था अपहरण
पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त विचित्र वीर ने बताया कि 13 जून को राजौरी गार्डन थाना इलाके के टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास सड़क किनारे सो रहे परिवार के एक वर्षीय बच्चे का अपहरण बाइक सवार दो लोगों ने कर लिया था।
शिकायतकर्ता पूनम ने बताया था कि वह सड़क किनारे रेहड़ी लगाकर सामान बेचती है और रात के समया टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास डिवाइडर पर सड़क किनारे सोती है।13 जून को जब वह अपने छोटे बेटे के साथ सो रही थी तो उसे महसूस हुआ कि किसी ने उसके बच्चे को उसकी बाहों से छीन लिया और बाइक पर भाग गया।
मनीष कुमार को नरेला से पकड़कर की गई पूछताछ
राजौरी गार्डन थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो बाइक की पहचान हुई। इसके बाद 300 बाइकों की जांच करने के बाद मनीष कुमार को नरेला से पकड़कर पूछताछ की गई।
उसने बताया कि उसने अपने साथी मोहित तिवारी के साथ मिलकर बच्चे का अपहरण किया है। इसके बाद मोहित को गोंडा से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि उन्होंने बच्चे को शोभा को बेच दिया है।
इसके बाद एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड ने शोभा के घर पर छापा मारकर बच्चे को बचाया व शोभा को गिरफ्तार कर लिया। शोभा ने बताया कि उसने मनीष से तीन लाख रुपये में बच्चा खरीदा है।